पटना जिला अन्तर्गत - उलार द्वापर युगति सूर्य मंदिर (अर्कस्थल) गोपाल नारायण सार्वजनिक भरतपुरा पुस्तकालय सह संग्राहालय गाँधी आश्रम बिक्रम, शहीद स्मारक बिक्रम, धाना मठ ठाकुरवारी दुल्हिन बाजार, पाली मठ ठाकुरवारी पालीगंज, पुण्यार्क सूर्य मंदिर पण्डारक, मनेर शरीफ, वन देवी बिहटा, माचा स्वामी समाधी स्थल बिहटा, गंभीर बाबा स्थान बिक्रम, महामाया माता मंदिर मझौली, आदि जो धार्मिक स्थल है, जो बिहार प्रदेश व भारत देश के प्रधान धार्मिक स्थलों में गिने जाते हैं। इसके बावजूद अभी तक, सिर्फ मनेर शरीफ को ही पर्यटन स्थल का दर्जा प्राप्त है, और बाकी धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल की दर्जा से बंचित रखी गयी हैं। इन स्थानों को पर्यटन सुविधाएँ नहीं देने के पीछे इनका प्रचार प्रसार न होना मुख्य कारण है। प्रचार व दूसरी ओर बिहार के अन्य जिलो में कम महत्व वाली स्थानों की सुविधायें बढ़ा रहीं है। इस कारण देश एवं प्रदेश के पर्यटकों का उन जगहो के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। विगत वर्ष 2014 से उलार महोत्सव की शुरूआत की गई। ताकि (ओलार्क) उलार भगवान भास्कर से धार्मिक व ऐतिहासिक महता व्यापक की प्रचार है। स्थानीय कलाकारों साहित्यकारों, समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों की उपस्थिति बरकरार रहीं है। उलार महोत्सव के माध्यम से समाज में हम कुछ भी समरसता एवं सुविचार कायम कर नयी पीढ़ी को दिशा-बोध दे सकें तो यही महोत्सव की सफलता व सार्थकता होगी। इस सास्वत महानुष्ठान में उलार, दुल्हिन बाजार, पटना जिला अन्तर्गत प्रायः सभी वर्ग के लोगों का मुझे व उलार महोत्सव आयोजन समिति सह उलार सूर्य मंदिर विकास मंच को भरपूर सहयोग व आशिर्वाद मिला जिसके चलते यह महाआयोजन सफल होता चला आ रहा है। अगर आप सभी का स्नेह इसी प्रकार मिलता रहा तो एक दिन उलार का अंकित होगा।